Friday 9 May 2008

स्वागत है आपका


कुछ आप कहें कुछ हम तब जाकर इस जमाने से कदम से कदम मिला कर जमाने से जंग लड़ी जा सकती है। फिलहाल हर जगह एक ही बातें हो रही कि सरकार ने अपनी नकारापन साफ जाहिर किया है। एक आदर्श स्थापित करने का हौसला रखना होगा तभी जाकर के कुछ अपनी भी जिम्मेवारियों का निर्वहन हो सकेगा भले ही वो एक हों या बहुतेरी हों। जलेम ते हम एक दूसरे से सहयोग करने के लिए तैयार हो जाए और कदम से कदम मिला ले , हो सके तो अपने सारे गिले शिकवे को भी भूल जाए।

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